लेखिका वी. गीता बता रही हैं कि पेरियार की पुण्यतिथि पर तमिलनाडु भाजपा ने उनके बारे में अपमानजनक ट्वीट क्यों किया. उनका कहना हैं कि पेरियार, हिन्दू धर्म के सतत और कठोर आलोचक थे और महिलाओं को केवल बच्चों को जन्म देने वाली मशीन मानने के विरुद्ध थे. संघ परिवार की महिलाओं के बारे में ठीक यही सोच है और इसे औचित्यपूर्ण सिद्ध करने के लिए ही उसने ‘राष्ट्रमाता’ की छवि गढ़ी है.