भारत पर कोरोना वायरस के हमले के बाद विनिर्माण श्रमिकों की देश की सबसे पुरानी सहकारी संस्था ने प्रवासी मजदूरों के साथ जो व्यवहार किया, वह भारत सरकार के उनके प्रति हृदयहीन रवैये से एकदम उलट था। आज से 95 वर्ष पहले जन्मी यूएलसीसीएस के इतिहास से वाकिफ लोग जानते हैं कि यह संस्था प्रवासी श्रमिकों का कितना सम्मान करती है, बता रहे हैं अनिल वर्गीज