राजा सुहेलदेव की मूर्ति लगाने के लिए आंबेडकर पार्क ही क्यों? क्या राणा प्रताप तथा राजा सुहेलदेव का संघर्ष उतना ही महान हो सकता है, जितना दलितों के लिए महात्मा फुले, पेरियार और डॉ. आंबेडकर का? अस्मिताओं के मूर्तिकरण का निहितार्थ बता रहे हैं ओम प्रकाश कश्यप :