दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज परिसर में आयोजित दो दिवसीय दलित साहित्य महोत्सव के दूसरे दिन साहित्यकारों ने दलित साहित्य पर विमर्श करने के साथ-साथ बहुसंख्यक साहित्यकारों को अल्पसंख्यक कहने और दलित व मस्लिम साहित्यकारों से वैमनस्य का भाव रखने पर चिंता व्यक्त की। फारवर्ड प्रेस की रिपोर्ट