सवाल उठता है कि आखिर क्या कारण है कि समाजिक अनुक्रम में नीचे स्थित जातियों के प्रतिनिधित्व के सवाल पर ब्राह्माणवादी प्रभाष जोशी और आप (सय्यद शहाबुद्दीन, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस, मुशावरत) एक ही मंच पर खडे दिखते हैं। कारण जगजाहिर हो गया। मजहब बदल गया,लेकिन जाति को लेकर उंची जाति वालों का संस्कार नहीं बदला, ख्याल नहीं बदला