पर्यटन स्थल के साथ ही नेतरहाट की पहचान उच्च गुणवत्ता वाले नेतरहाट स्कूल की वजह से भी है। इसकी चर्चा प्रसिद्ध साहित्यकार रणेंद्र ने अपने उपन्यास ‘ग्लोबल गांव के देवता’ में की है। इसी नेतरहाट के एक आदिम जनजाति समुदाय के लोगों के गांव ताहेर की दास्तान बता रहे हैं विशद कुमार