पत्थरों के बाद धातुओं ने मनुष्य के जीवन को न केवल आसान बनाया बल्कि उसके पराक्रम में भी वृद्धि की। इसका प्रभाव सामाजिक जीवन पर भी पड़ा और संस्कृतियों पर भी
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मानव सभ्यता के इतिहास में पाषाण-युग का खास महत्व रहा। इस युग में मनुष्य स्वयं को प्राणी से होमो सेपियंस बना सकापाषाण-युग में इंसान