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श्री नारायण गुरु स्वामी को उनकी जयंती के मौके पर याद कर रहे हैं सिद्धार्थ। उनके मुताबिक, श्री नारायण गुरु ने आधुनिक केरल के निर्माण की नींव रखी, जिसे अन्य अनेक व्यक्तित्वों, संगठनों एवं सामाजिक आंदोलनों ने आगे बढ़ाया
Ram Avdesh Singh was a politician committed to social justice. He spoke for social justice in the legislature and fought for social justice on the streets. He was instrumental in getting the Bihar and central governments to implement reservations for OBCs
डाॅ. लोहिया के कर्मठ अनुयायी रहे राम अवधेश सिंह कर्पूरी ठाकुर के मजबूत हमराही बनकर मुंगेरीलाल आयोग की अनुशंसाओं के अनुरूप पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण को लागू कराने का मार्ग प्रशस्त किया। वहीं 1977 ई. में जनता पार्टी की सरकार के समक्ष उन्होंने संसद में कालेलकर आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग रखी। बता रहे हैं सत्यनारायण यादव
छत्तीसगढ़ के ब्राह्मण समाज के लोगों ने भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके लिए वे उनके पिता नंदकुमार बघेल को माध्यम बना रहे हैं। उनका कहना है कि नंदकुमार बघेल के विचारों से उनका ब्राह्मणवाद छलनी हो रहा है। बता रहे हैं गोल्डी एम. जॉर्ज
बिहार में त्रिवेणी संघ का गठन 1933 में हुआ। पिछड़े वर्गों के इस आंदोलन ने देखते ही देखते सभी शोषित वर्गों को अपने साथ ले लिया। फुले और दक्षिण के आंदोलनों से प्रेरित इस आंदोलन की आयु हालांकि केवल 9 वर्ष रही, परंतु इसका प्रभाव बिहार की राजनीति में आज भी विद्यमान है। बता रहे हैं मनीष रंजन
ओबीसी के क्रीमी लेयर के सन्दर्भ में गठित शर्मा कमिटी ने हाल ही में सिफारिश की है कि वार्षिक आय में वेतन को भी शामिल किया जाय। ओबीसी संगठनों ने इन सिफारिशों को सिरे से ख़ारिज कर कहा है कि यह ओबीसी के लिए घातक हैं। नवल किशोर कुमार की विशेष रिपोर्ट
दिल्ली में ओबीसी वर्ग के वे लोग जो 1993 के बाद दूसरे प्रदेशों से आए हैं, उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है। फिर चाहे वे रिक्शा चलाते हों, दिहाड़ी मजदूर हों या फिर रेहड़ी लगाने वाले ही क्यों न हों। दिल्ली चुनाव के मद्देनजर यह सवाल संविधान बचाओ संघर्ष समिति द्वारा उठाया गया है
They are centred on Bahujan literature, culture and society and available both in English and Hindi
फारवर्ड प्रेस बुक्स (एफपी बुक्स) बहुजन साहित्य, संस्कृति और समाज पर केंद्रित हिंदी और अंग्रेजी पुस्तकों का प्रकाशन करता है
उत्तर प्रदेश में अति पिछड़े और सर्वाधिक पिछड़े वर्ग के 38 प्रतिशत वोट हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में यह वोट बैंक उस पार्टी की नैया पार लगा सकता है, जो उप वर्गीकरण को हरी झंडी दिलाएगी। पढ़ें, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर से खास साक्षात्कार :
About 115 years ago, Shahu ji Maharaj introduced 50 per cent reservation for the first time ever in India. He belonged to the Kunbi caste (a backward caste). He took several steps to break the back of brahmanism. Remembering him on his death anniversary is Dr Siddharth
करीब 115 साल पहले देश में 50% आरक्षण की व्यवस्था लागू करने वाले शाहू जी महाराज कुर्मी (पिछड़ी जाति) के थे। उन्होंने ब्राह्मणवादी वर्चस्व को तोड़ने के लिए कई अहम कदम उठाये। उन्हें याद कर रहे हैं डॉ. सिद्धार्थ :