जब भी कभी मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री बनारस के दौरे पर आतें है तो बस्ती के लोग जो सफाईकर्मी हैं, उनकी ड्यूटी दोगुनी कर दी जाती है। इतना काम करने के बावजूद उन्हें अभाव में जिंदगी गुजारनी पड़ती है। सफाईकर्मी होने के कारण उन्हें एक सम्मान की जिंदगी भी नसीब नहीं होती है और अक्सर उन्हें उपेक्षित नज़र से देखा जाता है। बता रही हैं आकांक्षा आजाद