डॉ. आंबेडकर सुविख्यात लेखक और दूरदर्शी विचारक के अलावा एक कुशल संगठनकर्ता और नेतृत्वकर्ता भी थे। अपने जीवन में उन्होंने एक साथ कई मोर्चों पर संघर्ष किया। नवल किशोर कुमार के अनुसार, यह किताब उनके उन संघर्षों का आधिकारिक दस्तावेज़ है जो उन्होंने भारत में अछूतों के आंदोलन को खड़ा करने के लिए किया