लेखक प्रेमकुमार मणि बता रहे हैं कि मगध में पूरण कस्सप, अजित केशकम्बलि, पकुध कच्चायन, संजय वेलट्ठिपुत्त, मक्खलि गोसाल और निगंठ नाथपुत्त जैसे विचारकों का जमावड़ा था। निगंठ नाथपुत जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर थे। इन सभी की ख्याति ने ही बुद्ध को राजगीर आने के लिए आकर्षित किया था