पिछले दिनों देश की राजधानी में एक दिशा-प्रवर्तक विमर्श हुआ-ओबीसी साहित्य विमर्श। इसकी शुरुआत 2006 में महाराष्ट्र में हुई थी, इसकी यात्रा 10 सालों में देश की राजधानी तक पहुँच गई। इस विमर्श के भागीदार प्रवक्ताओं ने क्या कहा और विमर्श किन निष्कर्ष-संकेतों के साथ आगे के लिए स्थगित हुआ, बता रहे हैं उत्पलकांत अनीस