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‘वर्ण’ की नस्लीय जड़ें आईं सामने

लगभग 4000 साल पहले तक किसी मिश्रण के प्रमाण नहीं मिलते। फिर, व्यापक पैमाने पर मिश्रण हुआ, जिससे सभी भारतीय समूह प्रभावित हुए, यहां तक कि दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समूह भी। अन्तत:, अपने ही समूह में विवाह करने की परंपरा स्थापित हो गई और सब कुछ मानो अपने स्थान पर जम सा गया।

Racial Roots of ‘Varna’ Better Defined

Prior to about 4,000 years ago there was no mixture. After that, widespread mixture affected almost every group in India, even the most isolated tribal groups. And finally, endogamy set in and froze everything in place

भारत के पिछड़े वर्गों और क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों और उनके सरोकारों को नए परिप्रेक्ष्य से देखने और गहराई से समझने का प्रयास है फॉरवर्ड प्रेस. चुप कर दिए गए बहुसंख्यक दलितबहुजनों की आवाज़ है फॉरवर्ड प्रेस. हमारे मिशन के बारे में अधिक जानें

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