Kanwal Bharti writes that the RSS wants the Bahujans to get sucked into the struggle for the temple and forget their objective of securing a share in the State. The temple is the best tool for this purpose
लेखक कंवल भारती बता रहे हैं कि आरएसएस के लिए न सिर्फ पहला, बल्कि अन्तिम लक्ष्य भी मन्दिर है, क्योंकि वह मन्दिर में उलझाकर ही बहुजनों को सत्ता से दूर रखने में सफल हो सकता है। मन्दिर इसका बेहतर साधन है
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मंडल की राजनीति के सहारे शीर्ष पर पहुंचे लालू और मुलायम के दिन अब लदते दिख रहे हैं। उनका यह हश्र भाजपा की ओबीसी में विभाजन की रणनीति के कारण हुआ है। माना जा रहा है कि राजनीतिक स्तर पर इसे आजमा चुकी भाजपा अपनी राजनीतिक पकड़ को चिरजीवी बनाए रखने के लिए ओबीसी का उपवर्गीकरण करेगी
भारतीय राजनीति में ओबीसी का प्रभाव 2009 में ही कमजोर पड़ने लगा। लेकिन 2014 में मोदी लहर ने मंडल राजनीति को अप्रासंगिक बना दिया। इस बार हुए चुनाव में यह साबित हो गया कि सवर्णों का स्वर्ण युग वापस आ गया है
The sudden death of Jayantibhai Manani, devoted to the cause of the OBCs, has left his colleagues dumbfounded. They say he never had any heart-related ailments. Prema Negi reports
ओबीसी के उत्थान काे समर्पित जयंती भाई मनानी की अचानक हुई मौत एक रहस्य बन चुकी है। उन्हें जानने वाले सभी मानते हैं कि वे कभी भी हृदय की बीमारी से ग्रसित नहीं थे। फिर अचानक उनकी मौत कैसे हो गयी। प्रेमा नेगी की रिपोर्ट :