उमर खालिद विशेष बातचीत में बता रहे हैं कि जवाबदेही के बिना लोकतंत्र मर जाता है। यह एक व्यक्ति के तानाशाह बनने का सवाल नहीं है – कल को वह व्यक्ति नहीं भी हो सकता है, लेकिन अगर व्यवस्था की हालत इस तरह की हो जाए, तो हमें सिर्फ़ तानाशाही सरकारें ही हासिल होंगी चाहे सत्ता में कोई भी आए
Umar Khalid, the former JNU scholar who is now an activist fighting the hate-mongering ideology of the RSS and the BJP, believes that the Left has failed because it hasn’t engaged with the issue of caste
लेखक वीरेंद्र यादव बता रहे हैं कि झारखंड के बाद अब बिहार भी मॉब लिंचिंग प्रदेश के बनने की राह पर अग्रसर है। हाल के दिनों में एक के बाद एक कई घटनाएं घटित हुई हैं जिनमें दलित और ओबीसी के लोग शिकार हुए हैं
Birendra Yadav on how, after Jharkhand, Bihar, too, is on course to become a ‘mob-lynching state’. Bihar has witnessed a string of mob lynchings recently. All the victims have been either Dalits or OBCs
“जो इस पागलपन में शामिल नहीं होंगे, मारे जाएँगे/ कठघरे में खड़े कर दिये जाएँगे जो विरोध में बोलेंगे/ सबसे बड़ा अपराध है इस समय निहत्थे और निरपराधी होना/ जो अपराधी नहीं होंगे, मारे जाएँगे।” देश के प्रतिष्ठित जनवादी, मार्क्सवादी कवि राजेश जोशी की कविता के आईने में पढ़ें कमल चंद्रवंशी की रिपोर्ट
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राम पुनियानी बता रहे हैं संसद में लगे धार्मिक नारोें से देश की आबोहवा में उन्माद फैलता जा रहा है। जबरन जयश्री राम कहने के लिए लोगों को अमानवीय तरीके से मजबूर किया जा रहा है। उनके साथ हिंसा की जा रही है
Ram Puniyani writes how people, forced to chant ‘Jai Shri Ram’, are being subjected to brutal violence. Ironically, provocative, intimidating sloganeering in the ‘temple of democracy’ has added fuel to the fire
देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसके शिकार अल्पसंख्यक और दलित-बहुजन हो रहे हैं। इस विषय पर केंद्रित कहानी ‘रामपुर का रूस्तम’ के लिए जावेद इस्लाम को सम्मानित किया गया
दिल्ली के एम्स में भर्ती बिहार के मोतिहारी के महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर की मानसिक हालत लगातार नाजुक बनी हुई है। उन्हें रात में दौरे पड़ते हैं और सदमा इतना गहरा है कि वह चिल्लाने लगते हैं। वहीं उनके उपर हमला बोलने वालों को सत्ता का संरक्षण हासिल हो रहा है। फारवर्ड प्रेस की रिपोर्ट :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
बिहार में भी भगवा गिरोहों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बीते 6 अगस्त 2018 को बेतिया जिले में बहुजन चिंतक व साहित्यकार हरिनारायण ठाकुर व प्राख्यात सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी सहित कई मॉब लिंचिंग का शिकार हुए। विशद कुमार की खबर :
The saffron gangs are getting bolder by the day in Bihar. On 6 August 2018, an ABVP mob attacked Bahujan thinker and litterateur Harinarayan Thakur, social activist Shabnam Hashmi and others at a college in Bettiah district. Vishad Kumar reports
मॉब लिंचिंग और ट्रोलिंग की ताजा घटनाओं में ओबीसी से तबके से आने वाले महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के अस्टिटेंट प्रोफेसर संजय कुमार, बेतिया के एमजेके कॉलेज के प्रिंसपल हरिनारायण ठाकुर व दिल्ली यूनिवर्सिटी से निलंबित अस्टिटेंट प्रोफेसर केदार मंडल इसके शिकार हुए हुए हैं। फारवर्ड प्रेस की खबर :
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को दिए साक्षात्कार में मॉब लिंचिंग पर चिन्ता जताई है, लेकिन प्रश्न यह है कि एक ओर प्रधानमंत्री चिन्ता जता रहे हैं, दूसरी ओर उनके मंत्री मॉब लिंचिंग के दोषियों को सम्मानित कर रहे हैं, उनके खिलाफ मोदी जी कुछ नहीं कर रहे हैं, ऐसा क्यों ? गुलजार हुसैन की एक रिपोर्ट
पिछले मंगलवार को झारखंड के लिट्टीपाड़ा में भगवाब्रिगेड द्वारा 80 साल के स्वामी अग्निवेश के साथ मारपीट की गई, उन्हें धकेल कर नीचे गिरा दिया गया, उनके कपड़े फाड़ दिये गये, पगड़ी खोल दी गयी, लात—घुसों के हमलों से बुरी तरह जख्मी कर दिया गया। यह हमला अभिव्यक्ति की आजादी और असहमति पर विराम लगाने की साजिश है। रांची, झारखंड से विशद कुमार की रिपोर्ट :