देश की अपनी यात्रा के दौरान, फारवर्ड प्रेस की एक टीम ने पाया कि राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु म्हसोबा के मंदिरों में जुट रहे हैं और महिषा (महिषासुर) के प्रति लोगों के मन में आदरभाव है। जाहिर है कि ब्राह्मणवादी दुर्गा-महिषासुर कथा, एक बड़ा झूठ है। यात्रा संस्मरण में बता रहे हैं अनिल वर्गीज :