देश में अब तक कुल 48 लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। इनमें 66 फीसदी से अधिक अकेले द्विज हैं। यदि उच्च जातीय हिंदू-मुस्लिम को मिलाकर देखें, तो भारत रत्न पाने वालों में 80 फीसदी संख्या इन्हीं की है। इसका मतलब यह नहीं कि अन्य वर्गों में इस सम्मान के हकदार नहीं हुए; हुए, पर सम्मान नहीं मिला