हिमाचल प्रदेश के जनजातीय इलाके किन्नौर में बहु-पति प्रथा है। सगे भाइयों की साझा पत्नी की यह प्रथा मैदानी इलाकों के लिए आश्चर्यजनक है। स्थानीय निवासी अमीर लामा बता रहे हैं कि किन्नौर के लाेग इस प्रथा का पालन कैसे करते हैं
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फुले, पेरियार और आंबेडकर ने ब्राह्मणवादी पितृसत्ता को तोडने के लिए ब्राह्मणवादी विवाह पद्धति को खारिज किया और नई विवाह पद्धति की शुरूआत की। फुले ने सत्यशोधक विवाह पद्धति, पेरियार ने आत्माभिमान विवाह पद्धति और आंबेडकर ने हिंदू कोड़ बिल में नए तरह की विवाह पद्धति का प्रावधान किया। बता रहे हैं सिद्धार्थ :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
बनारस के किसी गाँव में दलित स्त्रियों और दलित जनसमूह के बीच किसी दलित सामाजिक कार्यकर्ता के द्वारा दिये गये भाषण का यह एक हिस्सा है। स्थानीय जनता की भाषा में, सरलता से दिया गया यह भाषण आंबेडकरवादी स्त्री की आचार संहिता को स्पष्ट करता है। धर्म और अंधविश्वास से मुक्त स्त्री ही एक आंबेडकरवादी स्त्री हो सकती है
These are excerpts from the speech of a Dalit social activist at a gathering of Dalit women in a village in Banaras district, Uttar Pradesh. The speech was delivered in the local dialect, in simple language. This speech succinctly delineates the code of conduct of Ambedkarite women. Only a woman free from the shackles of religion and superstition can be an Ambedkarite woman