रजनी मुर्मू के मामले में हस्तक्षेप करते हुए सीमा आजाद बता रही हैं कि सोहराय होली जैसे हिन्दू त्योहारों की तरह पुरुषों के लिए नृत्य और औरतों के लिए रसोई में खटने और अश्लील गाने झेलने वाला पर्व नहीं है, बल्कि दोनों के नृत्य का पर्व है। लेकिन जो काम अंग्रेज़ नहीं कर सके, वो काम आरएसएस ने कर दिखाया