बीते सप्ताहांत दिल्ली में लाल किले के सामने चांदनी चौक इलाके में रातों-रात एक हनुमान मंदिर बना दिया गया। इसके पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने बीच सड़क बने एक पुराने मंदिर को हटाने का आदेश दिया था। अब रातों-रात बने हनुमान मंदिर के समर्थन में सभी राजनीतिक दलों के नेता उतर आए हैं। इस घटनाक्रम के बहाने भारतीय राजनीति में हो रहे बदलाव को रेखांकित कर रहे हैं भंवर मेघवंशी
Recently, a Hanuman temple cropped up overnight in the middle of road in the Chandni Chowk area of Old Delhi, the spot where the Delhi High Court had earlier ordered the removal of an old temple. Leaders of all political parties have come out in support of the new temple. Against this backdrop, Bhanwar Meghwanshi observes a shift in Indian politics
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने भाजपा के “हार्ड हिंदुत्व” के बजाय “सॉफ्ट हिंदुत्व” का प्रयोग किया। बापू राऊत बताते हैं कि किस तरह “आप” का “बजरंगबली उर्फ हनुमान” भाजपा के “जय श्रीराम” पर भरी पड़ा। इस तरह “आप” ने दक्षिणपंथियों के फार्मूले का इस्तेमाल कर भाजपा और संघ के धार्मिक हथियारों से उन्हें परास्त कर दिया
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हनुमान मंदिरों पर कब्जे का आह्वान करके भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने अपनी क्रांतिकारी छवि पर कालिख पोत ली है। क्या वे इतना भी नहीं समझते कि दलितों को मंदिरों पर कब्जा नहीं बल्कि मंदिरों से मुक्ति चाहिए। कंवल भारती की प्रतिक्रिया :
उत्तर प्रदेश के बहराइच से भाजपा सांसद सावित्री बाई फूले ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। खास बात यह है कि उन्होंने 6 दिसंबर काे इस्तीफा दिया है। फॉरवर्ड प्रेस की रिपोर्ट :
भारतीय राजनीति में हनुमान शब्द एक प्रतीक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। मसलन बिहार में कभी नीतीश लालू के हनुमान थे, तो आजकल अमित शाह को प्रधानमंत्री माेदी का हनुमान कहा जा रहा है। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने हनुमान की जाति दलित बताकर पूरी राजनीति में उबाल ला दिया है। सिद्धार्थ का विश्लेषण :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित और आदिवासी कहा। ऐसा कहकर उन्होंने दलितों और आदिवासियों को हिंदूवादी मान्यताओं के साथ जोड़ने की कोशिश की, ताकि इन वर्गाें का वोट भाजपा को मिल सके। लेकिन, योगी का बयान केवल चुनाव तक सीमित नहीं है। बता रहे हैं सुशील मानव :