आरएसएस शुरुआती दिनों में नागपुर के खास समुदाय के सदस्यों का संगठन था, जिसका उद्देश्य ऊँच-नीच की हिन्दू वर्ण व्यवस्था को बनाये रखना था, जो आज भी है। इसमें, दबे-कुचले वर्गों को दबाये रखने की साजिश है। आज तथाकथित ओबीसी प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में ओबीसी आरक्षण को जिस तरह से मटियामेट किया जा रहा है। आने वाले दिनों में आरक्षण ही प्रभावहीन हो जायेगा। कैसे? बता रहे हैं अनूप पटेल :