जम्मू कश्मीर में दलितों और पिछड़ों के लिए संविधान प्रदत्त आरक्षण का अधिकार मुकम्मल तरीके से लागू नहीं किया जा रहा है। ओबीसी को 27 फीसदी के बदले केवल 2 फीसदी आरक्षण का लाभ मिल रहा है। इसके अलावा दलितों और आदिवासियों के हक की भी हकमारी हो रही है। इसके विरोध में बीते 5 फरवरी को रैली का आयोजन किया गया। एक रिपोर्ट