बचाव पक्ष के इस तर्क को अदालत ने नामंज़ूर कर दिया कि गोकुलराज की हत्या एक षड़यंत्र के तहत नहीं की गई थी। न्यायाधीश ने फैसले में साफ कहा कि दलित युवा की हत्या संविधान का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन था और इसका उद्देश्य जाति व्यवस्था को मजबूती देना था। बता रही हैं वी. गीता
Refusing to heed the defence’s arguments against the hatching of a conspiracy, the judge made clear that the young Dalit man’s murder was a flagrantly unconstitutional act, meant to shore up the caste order, writes V. Geetha
गत 8 मार्च, 2022 को मदुरै के एक विशेष न्यायालय ने दस अभियुक्तों को एक युवा दलित विद्यार्थी की हत्या का दोषी करार देते हुए सभी को आजीवन कारावास की सज़ा सुनायी। अपने निर्णय में न्यायाधीश ने डॉ. आंबेडकर के हवाले से लिखा कि ‘अगर जाति को तोड़ना है, तो अंतरजातीय विवाह इसका एकमात्र उपाय हैं।’ बता रही हैं वी. गीता
On March 8, a Madurai special court followed up on the conviction of 10 men for the murder of a young Dalit student by sentencing all of them to life imprisonment. Invoking Ambedkar, the presiding judge said that ‘if caste has to be broken, intercaste marriage is the only solution’, writes V. Geetha
सामाजिक दृष्टि से अगड़ी जातियों और उच्च पिछड़ों के द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम का विरोध करने के नकारात्मक परिणाम होंगे और ऐसा वातावरण निर्मित होगा जो समाज के एकीकरण, राष्ट्रीय एकता और देश की प्रगति व आर्थिक विकास के लिए घातक होगा
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मध्य प्रदेश में दलितों पर अत्याचार करने का आरोप दो आरोपियों को महंगा पड़ा। उन्हें निचली अदालतों ने बरी कर दिया था। वे जिला जज पद के लिए क्वालिफाई भी कर गए। परंतु हाईकोर्ट ने उन्हें साफ कहा कि बरी होने का मतलब चरित्रवान होना नहीं होता
फ्रांस में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने को लेकर हुए जनविद्रोह के आगे सरकार को झुकना पड़ा। भारत में इस तरह के जनविद्रोह कभी सफल नहीं होते। क्योंकि यहां धर्मवाद के अलावा हिन्दू वर्ण व्यवस्था और जातिवाद किसी भी वर्ग को एकजुट होकर सरकार की मनमानी के खिलाफ खड़ा नहीं होने देते
न्यायपालिका में परिवारवाद के खिलाफ आंदोलन छेड़ने के लिए भाजपा सांसद डॉ. उदित राज ने अपने संगठन अनुसूचित जाति/जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के बैनर तले आगामी 3 दिसंबर को दिल्ली में रैली का आह्वान किया है। फारवर्ड प्रेस की खबर :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
बिहार में बीते 20 अगस्त 2018 को मानवता उस समय शर्मसार हो गई थी, जब उन्मादी भीड़ ने एक दलित महिला को शहर में घंटों नग्न घुमाया। यह सब पुलिस की आंखों के सामने हुआ। हालांकि, अदालत ने इस मामले में 20 लोगों को सजा सुनाई है। परंतु पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले। फारवर्ड प्रेस की खबर :
बीते 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के बाद मेरठ में चार दलित नौजवानों की हत्या हुई है। मारे गए सभी नौजवान सामाजिक कार्यकर्ता थे। इन मामलों में पुलिस पर सवर्णों को बचाने का आरोप लग रहा है। फारवर्ड प्रेस की खबर :
भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने आगामी 16 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रैली का आह्वान किया है। उनके हालिया बयानों से यह कयास लगाया जा रहा है कि वह अपने दल से विद्रोह करेंगी। इस संबंध में फारवर्ड प्रेस ने उनसे बातचीत की और यह जानने का प्रयास किया कि आखिर वे सरकार से नाराज क्यों हैं। पढ़ें इस साक्षात्कार के संपादित अंश
संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत आज यानी 4 नवंबर से बहुजन क्रांति माेर्चा 31 राज्यों के 550 जिलों और 4,000 तहसीलों में तीन चरणों में जेल भराे आंदाेलन चलाएगा। 4 नवंबर को इस आंदाेलन की शुरुआत दोपहर 1:00 बजे से हाेगी और शाम 5:00 बजे तक चलेगा। फारवर्ड प्रेस की रिपाेर्ट :