ट्वीटर और भारत सरकार के बीच विवाद के मद्देनजर महत्वपूर्ण यह है कि इसके केंद्र में सोशल मीडिया पर संघ का वर्चस्ववाद है, जिसे दलित-बहुजन चुनौती देने लगे हैं। इस विवाद में ट्वीटर का पलड़ा नैतिक व जनपक्षीय कारणों से भारी है। बता रहे हैं भंवर मेघवंशी
–
बीते सप्ताह सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर कोरोना से जुड़ी सूचनाओं की भरमार रही। वहीं अगरतल्ला के डीएम शैलेश कुमार यादव से जुड़ी खबर सहित कुछ अन्य खबरें भी चर्चा में रहीं। दुखद खबर यह कि हिंदी को समृद्ध करने वाले भाषाविद् अरविंद कुमार का निधन हो गया
सवर्ण एक बार फिर आगबबूला हैं। इस बार वजह ट्विटर के सीईओ जैक डोरसे हैं। बीते 18 नवंबर को वे एक तस्वीर में नजर आए, जिसमें उनके हाथाें में ‘ब्राह्मणवादी पितृसत्ता पर प्रहार करें’ लिखा एक प्ले कार्ड है। आखिर क्या है यह ब्राह्मणवादी पितृसत्ता, बता रहे हैं सिद्धार्थ :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics