आरक्षण की सीमा 50 फीसदी करवाने के लिए चर्चित अधिवक्ता साहनी का कहना कि ऐसे नियम बनाए जाने चाहिए जिससे, एससी, एसटी, ओबीसी के प्रतिभाशाली उम्मीदवार ‘जनरल’ कोटे में न आ पाएं। द्विजवाद की हदें पार करते हुए वे कहती हैं कि इन तबकों के आरक्षण को कम किया जाना चाहिए ताकि ‘सामान्य वर्ग’ को अधिक जगह मिल सके।
प्रस्तुत है फॉरवर्ड प्रेस की उनसे हुई बातचीत का संपादित अंश :