भारत यायावर सचमुच साहित्यिक यायावर ही थे। एक सत्य अन्वेषी यायावर के रूप में, उन्होंने उन सभी स्थानों का भ्रमण किया, जिसका संबंध रेणु से रहा। मसलन, पटना, वाराणसी, नेपाल, मुंबई, हज़ारीबाग़, पूर्णिया, कटिहार अथवा रेणु का पैतृक गांव औराही हिंगना (जिला अररिया)। स्मरण कर रहे हैं युवा समालोचक कौशल कुमार पटेल