सांप्रदायिक घृणा आधारित राजनीति जोरो पर है। धर्म के नाम पर लोगों के दिलों में नफरत का जहर बोया जा रहा है। जो लोग धर्म के नाम पर मुसलमानों से घृणा करते हैं क्यों वही लोग अक्सर दलितों से भी उतनी ही घृणा करते हैं, एक अत्यन्त मार्मिक संवाद शैली में इसका विश्लेषण कर रहे हैं, ईश मिश्र :