जिस समतामूलक समाज की परिकल्पना डॉ. आंबेडकर ने की थी, वह साकार नहीं हो सकी है। इसके पीछे गांधी और उनके गांधीवाद की क्या भूमिका थी? इसी विमर्श पर आधारित किताब ‘आंबेडकर की नजर में गांधी और गांधीवाद’ आज ही घर बैठे खरीदें। मूल्य– 200 रुपए (अजिल्द) और 400 रुपए (सजिल्द)