विज्ञान के नये क्षेत्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रवेश हो चुका है। अब भारत में भी इसकी पढ़ाई की जा सकेगी। आईआईटी, हैदराबाद देश का पहला संस्थान बन गया है, जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई के लिए पूर्णकालिक बी-टेक प्रोग्राम शामिल किया है
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एप्पल कंपनी अपने न्यूज ऐप के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बजाय पत्रकारों की एक टीम की मदद ले रही है। यह इसलिए भी खास है, क्योंकि मशीनों को कथित तौर पर निष्पक्ष माना जाता है और मनुष्यों के निर्णयों पर सवाल उठते रहे हैं। फारवर्ड प्रेस की खबर
Apple News is using a team of journalists instead of artificial intelligence for its news app. This is significant as machines are known to be unbiased and human decisions are often met with scepticism. Forward Press reports
इक्कीसवीं सदी के दूसरे दशक के अंत में तकनीक का विस्तार मशीनों से आगे निकल चुका है। इसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की संज्ञा दी गयी है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिए बहुजन युवा अपने सुनहरे भविष्य का आधार बना सकते हैं। फारवर्ड प्रेस की रिपोर्ट :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics