बहुजन मीडिया को मजबूत बनाए जाने की आवश्यकता है। दलित-बहुजन समाज के वे सक्षम लोग जो विज्ञापन दे सकते हैं, मुख्यधारा की मीडिया के बजाय बहुजन मीडिया संस्थानों को विज्ञापन दें। अधिक से अधिक लेखन करें और प्रसार करें। संजीव खुदशाह का विश्लेषण
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इंटरनेट पर इस पत्रिका को ज्यादा होना चाहिए। गूगल सर्च में यदि कोई फुले के बारे में कुछ सर्च कर रहा है तो फारवर्ड प्रेस के कम से कम दो-तीन लेख आ जाने चाहिए
This magazine should also been seen more on the internet. If someone Googles ‘Phule’, then at least two-three issues of the magazine should appear in the search results.