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बहुजन मीडिया को मजबूत बनाए जाने की जरूरत

बहुजन मीडिया को मजबूत बनाए जाने की आवश्यकता है। दलित-बहुजन समाज के वे सक्षम लोग जो विज्ञापन दे सकते हैं, मुख्यधारा की मीडिया के बजाय बहुजन मीडिया संस्थानों को विज्ञापन दें। अधिक से अधिक लेखन करें और प्रसार करें। संजीव खुदशाह का विश्लेषण

The need to strengthen Bahujan media

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पत्रिका को इंटरनेट फ्रेंडली बनाना होगा

इंटरनेट पर इस पत्रिका को ज्यादा होना चाहिए। गूगल सर्च में यदि कोई फुले के बारे में कुछ सर्च कर रहा है तो फारवर्ड प्रेस के कम से कम दो-तीन लेख आ जाने चाहिए

The magazine will have to become internet-friendly

This magazine should also been seen more on the internet. If someone Googles ‘Phule’, then at least two-three issues of the magazine should appear in the search results.

भारत के पिछड़े वर्गों और क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों और उनके सरोकारों को नए परिप्रेक्ष्य से देखने और गहराई से समझने का प्रयास है फॉरवर्ड प्रेस. चुप कर दिए गए बहुसंख्यक दलितबहुजनों की आवाज़ है फॉरवर्ड प्रेस. हमारे मिशन के बारे में अधिक जानें

Forward Press brings a unique perspective and depth to the issues of India’s backward classes and backward regions – a voice of the “silenced majority”, the Dalit-Bahujans. Read more about our mission.

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ISSN: 2456-7558
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