पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान ने भगत सिंह के पूर्वजों के गांव में जाकर शपथ ली, लेकिन उन्होंने भगत सिंह के विचारों को गति देने वाले किसी भी कार्यक्रम का ऐलान नहीं किया। भगत सिंह का उस गांव से रिश्ता इसी रुप में महज रहा है कि वह पूर्वजों का गांव है। भगत सिंह स्वयं वहां कभी नहीं रहे। दूसरा कि उस समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में डॉ. आंबेडकर का नाम तक नहीं लिया। बता रहे हैं अनिल चमड़िया