भोला पासवान शास्त्री बिहार के उन दलित नेताओं में अग्रणी रहे, जिन्होंने द्विजों के बीच यह साबित किया कि यदि दलितों को नेतृत्व का अवसर मिले तो वे सक्षम नेतृत्व प्रदान कर सकते हैं। वे तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री चुने गए। हालांकि तीनों बार उनका कार्यकाल अल्प अवधि का रहा, लेकिन उन्होंने दलितों को प्रेरणा दी कि कुछ भी असंभव नहीं। बता रहे हैं सत्यनारायण यादव