उत्तर प्रदेश के हाथरस की मनीषा वाल्मीकि अब अपनी दास्तां बताने को दुनिया में नहीं है। उसके साथ जो हुआ, वैसा पहली बार नहीं हुआ। कबीर सहित अनेक बहुजन साहित्यकारों ने महिलाओं के साथ होने वाली अमानवीय कृत्यों को किस रूप में प्रस्तुत किया है और उनके निहितार्थ क्या हैं, बता रहे हैं रामजी यादव