आरएसएस, केरल के चर्च से अपनी नजदीकियां बढ़ाने का उपक्रम कर रहा है। प्रो. जी. मोहन गोपाल मानते हैं कि केरल को एक ऐसे नए राजनैतिक आंदोलन की दरकार है जिसमें सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़े वर्गों, दलितों और आदिवासियों के हितों का प्रतिनिधित्व हो और जो इन वर्गों और मुसलमानों को एक साथ लाकर पूर्व सामंतों को केरल पर हावी होने से रोक सके
Against the backdrop of the RSS cozying up to the Kerala church establishment, Prof G. Mohan Gopal says there is a crying need for a new political movement in Kerala that will represent the interests of SEBCs, Dalits and Tribals and ally with the Muslims to safeguard Kerala from being taken over by the former feudals
बिहार विधान सभा में इस बार अध्यक्ष का पद भाजपा के विजय कुमार सिन्हा के पास है। वे हिंदुत्व के एजेंडे को लागू करने में जुट गए है। इसी क्रम में पहली बार विधान सभा के पुस्तकालय में सरस्वती पूजा आयोजित की गई। बता रहे हैं वीरेंद्र यादव
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बीते सप्ताहांत दिल्ली में लाल किले के सामने चांदनी चौक इलाके में रातों-रात एक हनुमान मंदिर बना दिया गया। इसके पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने बीच सड़क बने एक पुराने मंदिर को हटाने का आदेश दिया था। अब रातों-रात बने हनुमान मंदिर के समर्थन में सभी राजनीतिक दलों के नेता उतर आए हैं। इस घटनाक्रम के बहाने भारतीय राजनीति में हो रहे बदलाव को रेखांकित कर रहे हैं भंवर मेघवंशी
Recently, a Hanuman temple cropped up overnight in the middle of road in the Chandni Chowk area of Old Delhi, the spot where the Delhi High Court had earlier ordered the removal of an old temple. Leaders of all political parties have come out in support of the new temple. Against this backdrop, Bhanwar Meghwanshi observes a shift in Indian politics
असम में चुनाव होने हैं। वहां के चाय श्रमिक जिनमें अधिकांश आदिवासी हैं, अपने संवैधानिक दर्जे के लिए संघर्षरत हैं। उनका कहना है कि पिछली बार भाजपा ने उनके साथ ठगी की। बता रहे हैं राजन कुमार
बीजेपी-आरएसएस की राजनीति पूरी तरह से इंसानियत को उखाड़ फेंकने की राजनीति है। ये हिंदू धर्म के नहीं, वैदिक धर्म के प्रचारक हैं और वैदिक धर्म की व्यवस्था ले आना चाहते हैं। इनके द्वारा आम लोगों को परेशान करने वाली हरकतों से यह बात साबित होती है। प्रकाश आंबेडकर से नवल किशोर कुमार की विशेष बातचीत
The politics of RSS-BJP is against humanity. They are not propagators of Hinduism but of the Vedic religion. They want to re-establish the socio-economic order that prevailed in the Vedic times. This is clear from the way they are harassing the common man, says Prakash Ambedkar
डॉ. रामविलास शर्मा के विचारों को विस्तार देते हुए कंवल भारती मानते हैं कि भारत में यदि फासिस्ट तानाशाही कायम होती है, तो इसकी एकमात्र जिम्मेदारी, कम्युनिस्ट पार्टी में मौजूद, ऊंची जाति पर होगी, और ऊंची जाति में भी सबसे ज्यादा ब्राह्मण वर्ग पर
बिहार में भाजपा को जो जीत मिली है उसमें पिछड़े वर्ग की जातियों की अहम भूमिका है। ये वो जातियां हैं जो सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक क्षेत्रों में निचले पायदान पर हैं। बता रहे हैं बापू राउत
धर्मनिरपेक्षता की राजनीति आरएसएस के लिए सबसे आसान है। हालांकि इस स्थिति के निर्माण के लिए उसने लंबे समय से राजनीतिक अभियान चलाया है और बहुजन युवाओं को हिन्दू उन्मादी बना दिया है। ऐसे में तेजस्वी यादव की रणनीति ने एक नई राह दिखाई है। कंवल भारती का विश्लेषण
जनगणना प्रपत्र में आदिवासी धर्म के पृथक कोड को लेकर चल रहे आंदोलन को एक नया मुकाम हासिल हुआ है। झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार की पहल पर विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया है। इस प्रस्ताव का आशय यही है कि आदिवासी हिन्दू नहीं हैं। उनका अपना धर्म और अपनी पहचान है। विशद कुमार की खबर
बिहार चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में नई सरकार के गठन की अब महज औपचारिकता शेष है। इस चुनाव में तेजस्वी प्रसाद यादव की मेहनत को विजयी पक्ष भी स्वीकार कर रहा है। लेकिन परिणाम बताते हैं कि उनके प्रयास में कसर रह गई