मनीषा की मां! यह भारत है, जहां ब्राह्मण, ठाकुर और अन्य सवर्णों का एकछत्र राज चलता है, बाकी लोगों को यहां दबकर रहने के लिए मजबूर किया जाता है। यहां आपकी बेटी के लिए सामंती मानसिकता वाला कोई सवर्ण, कोई ब्राह्मण और कोई ठाकुर रोने वाला नहीं है, क्योंकि वे हजारों साल से दलितों के साथ यही जुल्म करते आए हैं। यह अमेरिका नहीं है, जहां काले की हत्या पर गोरे भी सड़कों पर उतर आते हैं। कंवल भारती का विश्लेषण