रामविलास पासवान के बेहद करीबी रहे दीनानाथ क्रांति के मुताबिक, ताजा घटनाक्रम से चिराग पासवान बर्बाद हो गए हैं। उन्हें यह समझ में आ गया होगा कि एसी कमरे में बैठकर सोशल मीडिया के सहारे राजनीति नहीं की जा सकती। इसके लिए लोगों के बीच जाना और उनकी बातों को सुनना जरूरी होता है