लेखक ओम प्रकाश कश्यप बता रहे हैं कि कबीर, फुले और पेरियार की भांति पोईकाइल योहन्नान ने भी कैसे जाति के विनाश व दासता से मुक्ति के लिए आवाज उठायी। उन्होंने केरल के ईसाईयों के बीच जातिगत भेदभाव का सवाल उठाया। वे कहते थे कि ईसाई धर्मावलंबियों में भी हिंदू धर्मावलंबियों के जैसे वर्चस्ववादी परंपराओं, मान्यताओं और छुआछूत आदि का पालन होता है