कुछ अंतर ऐसे होते हैं जो एक दूसरे की कमी को पूरा करते हैं परन्तु कुछ ऐसे भी होते हैं जो एक दूसरे के विपरीत होते हैं। इस तरह के अंतरों से निपटने के लिए जरूरी है एक दूसरे का, विशेषकर एक दूसरे की वैयक्तिकता का सम्मान और आपसी चर्चा द्वारा, दोनों को स्वीकार्य किसी समझौते पर पहुंचने की जरूरत। विवाह का यह अर्थ नहीं है कि हम अपनी वैयक्तिकता खो दे बल्कि यह एक दूसरे के अनूठेपन का जश्न है