कास्ट और जेंडर दो ऐसे फैक्टर हैं जो समाज की सारी समस्याओं की जड़ हैं। इसके द्वारा श्रेष्ठता के आधार पर स्त्री पर पुरुष और अवर्ण पर सवर्ण को बिठा दिया गया है
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दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज परिसर में दो दिवसीय दलित साहित्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पहले दिन वक्ताओं ने लगभग एक स्वर में कहा कि दलित साहित्य विलास का साहित्य नहीं बल्कि शोषण व उत्पीड़न के खिलाफ प्रतिरोध का साहित्य है