इस प्रस्तुति के तहत पढ़ें बिहार के कैमूर में प्रस्तावित भारत के सबसे बड़े बाघ अभयारण्य के खिलाफ एकजुट हुए आदिवासियों का विरोध व नीट को खत्म करने संबंधी पंजाब महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष बीबी राजविंदर कौर राजू की मांग व दिल्ली में मारे गए छह सफाईकर्मियों के बारे में
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बहुजन साप्ताहिकी के तहत पढ़ें राजस्थान में जितेंद्र मेघवाल की हत्या के बाद दलितों में आक्रोश के अलावा बिहार में होली के मौके पर जहरीली शराब पीने से 40 दलित-पिछड़े लोगों की मौत सहित बीते सप्ताह की कुछ खास खबरें
उत्तर प्रदेश और बिहार के इलाके में गंगा में उतराती लाशों व गंगा के किनारे दफन लाशों को लेकर सवाल उठाया जा रहा है। सवाल यह कि ये लाशें किनकी हैं। सुशील मानव बता रहे हैं कि दफन अथवा नदियों में प्रवाहित करने की परंपरा दलित-बहुजनों की रही है
Bodies floating in the Ganga in Uttar Pradesh and Bihar and buried on the banks of the river have kicked up a big row. Who are these dead? Dalitbahujans traditionally bury their dead or consign them to the rivers, says Sushil Manav
बीते 16 मई की रात झारखंड के लातेहार में एक दलित बच्ची की मौत भूख से हो गयी। सरकारी तंत्र यह कबूल करने में आनाकानी कर रहा है कि मौत की वजह भूख है। पढ़ें विशद कुमार की जमीनी पड़ताल
A Dalit child who had gone hungry for days died in Jharkhand’s Latehar district on the night of 16 May but the government refused to acknowledge the cause of her death