डोंबारी बुरू पहाड़ी, जहां 9 जनवरी, 1900 को बिरसा मुंडा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में आदिवासी जुटे थे और अंग्रेजी हुकूमत ने हमला बाेल दिया था। इस हमले में अनेक आदिवासी शहीद हुए। उन्हीं शहीदों की याद में वहां बनाए गए स्मारक के लिए जमीन दान देनेवाले विसु मुंडा की दास्तान बता रहे हैं विशद कुमार