इस लेख में ओमप्रकाश कश्यप 1857 के संग्राम, उसकी पृष्ठभूमि और उसकी असफलता के कारणों की बहुजन नजरिए से व्याख्या कर रहे हैं। इस प्रक्रिया में वे ब्रिटिश सत्ता, भारतीय राजे-महराजों, नवाबों और उच्च जातियों के साथ बहुजनों के रिश्तों और संघर्षों के स्वरूप को भी विस्तारसे प्रस्तुत कर रहे हैं, ओमप्रकाश कश्यप