जब विश्वविद्यालय ने पहले विज्ञापन जारी किया तब प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के 44 पदों में ओबीसी के लिए कोई सीट आरक्षित नहीं थी। विरोध के बाद विश्वविद्यालय ने संशोधित विज्ञापन जारी किया है। अभ्यर्थी अब 31 जुलाई 2019 तक आवेदन कर सकते हैं
In the original advertisement issued by the university, none of the 44 posts of professors and associate professors was reserved for the OBCs. After protests, the university has issued an amended advertisement and the candidates can now apply up to 31 July 2019
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने पूर्व के विज्ञापन में संशोधन किया है। साथ ही राजनीति शास्त्र से संबंधित चार पदों के आलोक में पूर्व में विज्ञापित विशेषज्ञता संबंधी शर्तों में राहत दी गयी है
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यद्यपि अधिकांश गरीब नीची जातियों के हैं। परंतु गरीब होना, नीची जाति का होने से एकदम अलग है
गरीब सवर्णों के आरक्षण संबंधी विधेयक को चुनौती देने वाले सवर्ण संगठन यूथ फॉर इक्वलिटी ने साफ कर दिया है कि वह इसका विरोध नहीं करता है। उनका कहना है कि निजी शैक्षणिक संस्थानाें में आरक्षण का प्रावधान करना गलत है और इसे खत्म करने के लिए संगठन द्वारा याचिका दायर की गयी है
Youth for Equality, the organization that has challenged that enactment of the Bill granting reservation to poor Savarnas, has clarified that it does not oppose the Bill. It has said that its petition in the court challenging the Bill pertains to the provision for reservation in private educational institutions
हम तुलसीदासों के लिए रोजगार सुनिश्चित करना चाहते हैं, भीख नहीं। यह इसलिए कि वह कबीर और रैदास के अमरदेस और बेगमपुरा के नागरिक बन सकें। वह स्त्री-शूद्र विरोधी रामराज से मुक्त हो सकें
आगामी 25 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मान्यता प्राप्त अशासकीय कॉलेजों के शिक्षकों के स्थायीकरण करने हेतु नियुक्ति-पत्र बांटेंगे। इस मामले में आरक्षण के नियमों का उल्लंघन किया गया है। फारवर्ड प्रेस ने जब इस संबंध में सरकार से पूछा, तब कहा गया कि सरकार सब कुछ न्यायसम्मत कर रही है। जिसे विरोध करना है, वह अदालत जाए। फारवर्ड प्रेस की खबर :
Forward Press also publishes books on Bahujan issues. Forward Press books shed light on the widespread problems as well as the finer aspects of Bahujan (Dalit, OBC, Adivasi, Nomadic, Pasmanda) society, culture, literature and politics
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने संविदा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन मंगवाए हैं। हालांकि वैकेंसी में पद का नाम एकेडमिक कंसलटेंट रखा गया है और उनका काम नियमित शिक्षक के जैसा ही होगा। फारवर्ड प्रेस की खबर :
तुम उन लोगों से अपने व्यवसाय में निवेश करवाना चाहोगे जिन्हें तुम पसंद करते हो और भरोसा कर सकते हो और जिन्हें व्यवसाय की सफलता की उतनी ही आशा हो, जितनी कि तुम्हें
ideally, you want investments from people who you like and trust and who have a common faith in the possibility of success for the business
हिमाचल के कुछ गांवों की आंगनवाडिय़ों से चौंका देने वाली खबर मिली…गांव वाले अपने बच्चों को उन आंगनवाडिय़ों में नहीं भेजते, जहां अनुसूचित जातियों के बच्चों को दाखिला दिया जाता है। अगर किसी आंगनवाड़ी का रसोईया अनुसूचित जाति का है तो सामान्य वर्ग के बच्चों के माता-पिता उनसे कह देते हैं कि वे केन्द्र में खाना न खाएं
The most alarming is the behaviour in the anganwadis (nurseries) in some villages…. The village folks don’t send their wards to the same anganwadi where SC children are admitted. If a cook at a centre is an SC, the general-category children are told by their parents not to consume the food
यदि तुम्हें अपने व्यवसाय को लंबे समय तक चलाना है तो तुम्हें धन कमाने के बारे में सोचना ही होगा-बल्कि तुम्हें समाज की ऐसी कोई आवश्यकता ढूंढ निकालनी होगी जो अब तक कोई पूरी न कर रहा हो
in order to be successful in the long term, you have to be concerned about more than making money – in fact, you have to think primarily about meeting some need that is unmet