‘फकीरा’ अन्नाभाऊ साठे का सबसे चर्चित उपन्यास है। इसकी रचना उन्होंने 1959 में की थी। 1961 में इसे महाराष्ट्र सरकार के सबसे बड़े पुरस्कार से नवाजा गया। प्रकाशन के बाद से अब तक इसके करीब दो दर्जन संस्करण आ चुके हैं। इस उपन्यास में डॉ. आंबेडकर के सामाजिक न्याय और मार्क्स के वर्ग-संघर्ष दोनों को इस तरह पेश किया गया है कि वे परस्पर पूरक दिखाई पड़ते हैं। बता रहे हैं ओमप्रकाश कश्यप