तथाकथित परमहंसों को दिक्कत भारत के संविधान से भी है। ये इसे डा. आंबेडकर का संविधान समझते हैं, देश का नहीं। इसलिए उसके प्रति इनमें रत्ती भर सम्मान नहीं है। ये इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि इस संविधान के रहते उत्तर प्रदेश क्या, भारत में भी रामराज्य नहीं आ सकता। बता रहे हैं कंवल भारती