रामजी यादव ने अपनी किताब में देश की उस तस्वीर को सामने रखा है, जो भले ही अखबारों-चैनलों और संसद में नहीं दिखती हो; लेकिन देखता उसे हर आदमी है। साथ ही यह भी कि गरीबी-बेरोजगारी के सवाल किस तरह खारिज कर दिए जाते हैं और कैसे केवल सत्ता में बने रहने के लिए भ्रमजाल फैलाया जाता है
–
लेखक जुबैर आलम सवाल उठा रहे हैं कि किस प्रकार सपा और बसपा जैसी पार्टियों ने मुसलमानों के वोटों का केवल सत्ता के लिए इस्तेमाल किया। जबकि उनके सवाल सवाल ही रहे
लोकसभा चुनाव-2019 में मिली करारी हार के बाद राजद के हौसले पस्त नजर आ रहे हैं। बिहार विधानसभा में सबसे बड़ा दल होने के बावजूद विपक्ष के रूप में उसकी भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। इसे लेकर कयासबाजियों का दौर भी जारी है
गैर कांग्रेसवाद को लेकर जनसंघ और आरएसएस से हमारा संबंध पहले भी रहा है। आज भाजपा के साथ गठबंधन कोई नई बात नहीं है। लोहिया, जयप्रकाश नारायण, चौधरी चरण सिंह और कर्पूरी ठाकुर आदि भी जनसंघ के साथ थे
हमारा सामाजिक महागठबंधन आरएसएस और मनुवादी ताकतों के खिलाफ है। जबकि मनुवादी और पूंजीवादी ताकतें नरेंद्र मोदी जी के साथ हैं
‘Our great social alliance is against the RSS and the Manuvadi forces. These forces are with Narendra Modi.’
ब्रू शरणार्थियों और मिजो समुदाय के बीच तनाव के बाद मिजो समुदाय के लोगों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया था। अब सरकार ने कह दिया है कि वह ब्रू शरणार्थियों को वापस लाने के लिए कोई प्रयास नहीं करेगी
राजनीति के अपराधीकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट और संसद दोनों के द्वारा कदम उठाए गए हैं। लेकिन दूसरी ओर रोशनदान भी छोड़ दिए गए हैं। इनमें से एक सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला है