बीते 24 सितंबर, 2021 को फारवर्ड प्रेस द्वारा प्रकाशित ‘गुलामगिरी’ का ऑनलाइन विमोचन किया गया। इस मौके पर आयोजित परिचर्चा में शामिल सभी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि फुले की वैचारिकी मुक्तिकामी और प्रासंगिक है। इस कारण इसका प्रसार समग्र स्तर पर आवश्यक है। अरुण नारायण की रपट