बापू राउत मानते हैं कि हाथरस में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी निर्मम हत्या के बाद यूपी पुलिस द्वारा मामले को रफा-दफा करने की कोशिश बीमारू धर्म-प्रणाली और गहरी जड़वाले जातिवाद और कुप्रथाओं का परिणाम है। पढ़ें, उनका यह विश्लेषण
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