उत्तर प्रदेश अभी भी बीमारू की श्रेणी में है या नहीं, इस पर बहस हो सकती है। लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि प्रदेश स्वास्थ्य के तमाम मानदंडों पर अभी भी बीमार है। वहीं राजनीतिक बहसें स्वास्थ्य के बजाए सांप्रदायिक एवं भावनात्मक मुद्दों पर केंद्रित हैं। यही प्रदेश का दुर्भाग्य है। बता रहे हैं आतिफ रब्बानी