‘इंडियन इंग्लिश डे’ के मौके पर पढ़ें प्रो. कांचा इलैया शेपर्ड का यह आलेख। उनके मुताबिक, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और सभी शासकीय शैक्षणिक संस्थाओं के विद्यार्थियों को ‘इंडियन इंग्लिश डे’ को बड़े पैमाने पर मनाना चाहिए और उन शक्तियों को शिकस्त देनी चाहिए जो नहीं चाहते कि संपन्न द्विज युवाओं की तरह दलित, आदिवासी और शूद्र भी इस वैश्विक भाषा पर अपना अधिकार बना सकें